मर्राकोना में मनाया गुरु बालक दास जन्मोत्सव एवं जयंती पूरे गांव में निकाली शोभायात्रा.......देखिए खास खबर....... - CG RIGHT TIMES

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Saturday, September 9, 2023

मर्राकोना में मनाया गुरु बालक दास जन्मोत्सव एवं जयंती पूरे गांव में निकाली शोभायात्रा.......देखिए खास खबर.......

मर्राकोना में मनाया गुरु बालकदास जन्मोत्सव एवं जयंती पूरे गांव में निकाली शोभायात्रा........ 


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पथरिया - अंतर्गत ग्राम पंचायत  मर्राकोना में गुरुवार के दिन बाबा गुरु घासीदास जी की द्वितीय पुत्र शूरवीर महान प्रतापी राजा गुरु बालक दास जी की 218 वी.जयंती मनाई  जिससे ग्राम वासियों में खुशी की लहर रही! वही  ग्राम वासियों के द्वारा बाबा गुरु घासीदास के जय स्तंभ में  परंपरागत तरीके से ध्वजारोहण का कार्य किया ! तत्पश्चात गांव की महिलाएं नारियल पान प्रसाद एवं मिष्ठान के साथ पूजा आरती में सम्मिलित हुए ! बालिकाओं के द्वारा राजा गुरु बालक दास जी के छायाचित्र पर पूजा अर्चना करते हुए कलश यात्रा लेकर डीजे के साथ पूरे गांव में सतनाम शोभायात्रा  निकला गया! साथ ही  सतनाम सेना के युवाओं ने अखाड़े का भी आयोजन रखा गया  जिसमें युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिए जिससे पूरे गांव में खुशी की लहर देखने को मिला।


*राजा गुरु बालक दास की जीवन परिचय....... 

आपको बता दें कि राजा गुरु बालक दास जी का जन्म 18 अगस्त 1805, ई. मे ग्राम गिरौदपुरी  जिला बलौदा बाजार में उनका जन्म हुआ! उनके पिता गुरु घासीदास एवं उनके माता जी का नाम सफुरा माता  के नाम से जाने जाते हैं ! राजा गुरु बालक दास जी शुरू से ही संघर्षशील एवं क्रांतिकारी थे बाबा जी ने गांव-गांव में एवंम हर जिले कस्बे में रावटी लगाकर लोगों के हक अधिकार के लिए उन्होंने संघर्ष किया तथा गरीबों का शोषण करने वाले अत्याचारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे! राजा गुरु बालकदास अपने बोड़सरा बड़ा जो की बिलासपुर के बिल्हा ब्लॉक में आते हैं !उनको उन्होंने के देखरेख का जिम्मा अपने एक अंगरक्षक को सौंप कर रावटी के लिए निकले कुछ दिनो बाद औंराबांधा मुंगेली में रावटी मीटिंग का आयोजन किया गया! जिसमें गुरु बालक दास भी शामिल हुए! राजा गुरु बालक दास 16 मार्च 1860,ई.को रात में जब विश्राम कर रहे थे तो दुश्मनों ने योजना बध तरीके से उनका लक्ष्य बनाकर अचानक प्राणघात हमला कर दिया! जिसमें प्रारंभिक अफरा तफरी के बाद  सुरक्षा दस्ते ने संभालते हुए आक्रमण का मुकाबला किया जिसमें हमलावर ने मैदान छोड़कर भाग खड़े हुए थे ! इस संघर्ष में गुरु बालक दास गंभीर रूप से घायल हो गए थे ! सुरक्षा दास्ता ने घायल अवस्था में गुरु बालक दास जी को भंडारपुरी बलौदा बाजार ले जा रहे थे तभी अचानक रास्ता बदलकर नवलपुर ले जाने लगे जिसमें रास्ते में ही कोसा नामक गांव में 17 मार्च 1860 ई. को उन्होंने अंतिम सांस लिया उनके पार्थिव देह को नवलपुर बेमेतरा में दफन किया गया ! जहां बोड़सरा  एवंम भंडारपुरी में फिर कभी वापस नहीं आए इस प्रकार सतनामी आंदोलन के महानायक गुरु बालक दास भूमि संपत्ति और सम्मान की रक्षा करते हुए शहीद हो गए! 

क्षेत्र के  जनप्रतिनिधि अंबालिका साहू  हुए शामिल.... 


 इस  शुभ कार्य के बीच क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य एवं श्रम बोर्ड कल्याण के सदस्य अंबालिका साहू शामिल हुए! जिसमें ग्राम वासियों के द्वारा भव्य रूप से उनका स्वागत किया! साथ ही अंबालिका साहू ने बाबा गुरु घासीदास एवं राजा गुरु बालक दास के छायाचित्र पर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिए आगे उन्होंने  राजा गुरु बालक दास जी के उनके संघर्ष एवं जीवन परिचय पर फोकस डालें तथा ग्राम वासियों का आभार व्यक्त किया और ग्रामवासी के मांगों पर सामुदायिक भवन एवं रंगमंच रिपेयरिंग के लिए अंबालिका साहू के द्वारा लगभग 2 लाख रुपए कि स्वीकृति प्रदान देने की घोषणा किया! जिस पर पूरे ग्राम वासियों ने अंबालिका साहू का आभार किया! इस शुभ अवसर पर ग्राम के वरिष्ठ जन भगवानदास जोशी घासीयादास जोशी नारायण कुर्रे रामनारायण जोशी सरपंच ओमकली जोशी प्रतिनिधि लक्ष्मी नारायण जोशी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हर कुमारी जोशी सरिता जोशी हेमचरण जोशी विकास कुर्रे  पत्रकार संवाददाता जिला ब्यूरो चीफ मुंगेली देवचरण जोशी मन्नालाल जोशी नोहर चरण जोशी हीरालाल जोशी रामदास जोशी घनश्याम कुर्रे श्याम सिंह कुर्रे राघव दास कुर्रे जमुना प्रसाद कुर्रे प्रकाश जोशी बाबूलाल जोशी अश्वनी जोशी मिश्रीलाल घृतलहरे अंजोर दास जोशी राजीव जोशी  मयंक जोशी युवा संघ खिलेंद्र कुर्रे दिनेश कुर्रे खिलेश जोशी किशन जोशी कामेश जोशी मनोज जोशी सहित पूरे ग्राम वासी उपस्थित रहे!


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