रजिस्ट्री होते ही सब जगह क्यों नहीं चढ़ जाता नाम ।
गोदावरी बिलासपुर की रिपोर्ट
प्लाट, मकान, बंगला,फ्लैट, खेत, आदि खरीदने पर रजिस्ट्री के बाद नामांतरण,हस्तांतरण,तथा, बटांकन के लिए क्रेता को क्यों पटवारी,तहसीलदार कार्यालय महीनों भटकना पड़ता है।
रजिस्ट्री आनलाईन होता है, तो रजिस्ट्री के बाद स्वतः शासकीय प्रक्रिया में, नामांतरण, हस्तांतरण, बटांकन नहीं हो सकता, क्यों महीनों अलग से आवेदन देना महीनों भटकना पड़ता है। इसके पीछे का रहस्य क्या है।
दो गवाहों के समाने पूरी राशि देकर आनलाइन,स्टांप, से अधिकृत आधिकारी की उपस्थिति में रजिस्ट्रार के हताक्षर उपरांत, क्यों भटकाया जाता है।
क्या शासकीय प्रक्रिया में नामांतरण हस्तांतरण बटांकन संभव नहीं है।