जिले में बढ़ते जल संकट को लेकर आम आदमी पार्टी ने दूर्ग कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन.......
CG. Right Times news.........
जिले के 70 से अधिक तालाबों में जल का संकट को लेकर लोगों को हो रही समस्या......
दूर्ग - भीषण गर्मी की वजह से निस्तारी तालाबों जल संकट को लेकर ग्रामीणों को हो रही समस्या । दुर्ग जिला प्रशासन ने बालोद के तादुंला जलाशय से 1300 क्यूसेक पानी दुर्ग जिले के लिए मांग की गई है लेकिन हाल यह है कि जलाशय में ही पानी की कम है। जिसकी वजह से सिर्फ़ 900 क्यूसेक ही पानी आ रहा है। एक तरफ़ 400 क्यूसेक पानी कम आ रहा है वहीं दूसरी ओर क्षतिग्रस्त जर्जर नहरों की वजह से भी सभी माइनरों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके कारण जलस्तर नहीं सुधर रहा,
नहरों के माध्यम से तालाबों में पानी भरे जाने से लोगों के घरों में लगे हेंडपंपों का जलस्तर भी सुधरेगा। साथ ही अप्रैल माह में ही यह हालात इतने खराब हैं कि मई, जून में लोगों की समस्या किस स्तर पर होंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। वही जलस्तर इतना नीचे चला गया है कि 75 प्रतिशत से अधिक हेंडपंपों से पानी ही नहीं आ रहा है। यह स्थिति भिलाई, रिसाली, दुर्ग, भिलाई 3 चरोदा नगरनिगम क्षेत्रों की है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी यही हालात से लोग जूझ रहे हैं।
*समस्या : बढ़ती गर्मी के साथ ही पानी की किल्लत*
बढ़ती गर्मी से भिलाई नगर निगम और रिसाली नगर निगम में पेयजल संकट गहराने लगा है। भिलाई नगर निगम के 70 वाडों में से आधे से ज्यादा वार्डो पेयजल संकट है।
रिसाली निगम में वाटर फिल्टर प्लांट भी नहीं है जिसकी बहुत ज़्यादा जरूरत है। यहां 40 वार्डों में से 22 से अधिक वार्डों के लोग पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं।
अभी तक हमारी जानकारी में यह भी है कि लगभग 12_13 पीने के पानी के लिए लगे वाटर एटीम में पानी की व्यवस्था एवं कई वॉटर एटीम के हालात भी बहुत ज्यादा खराब उसके पार्टस भी गायब हैं
जिसकी शिकायत लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री संजीत विश्वकर्मा, प्रदेश सचिव देविंदर सिंह भाटिया, लोक सभा अध्यक्ष दुर्ग श्रीमती गीतेश्वरी बघेल, लोकसभा सचिव दुर्ग ज्ञान तिवारी, टी. नवीन रेड्डी, शिवा रायडू, अरुण टांडी,अजय राम टेके, राजेश नाइक ने उपरोक्त विषयों पर जानकारी देते हुए। इन समस्याओं को निदान को लेकर जिला कलेक्टर को जापान सौंपा गया। तथा जल्द से जल्द निराकरण करने की उचित मांग की गई।
जर्जर नहरों की तत्काल मरम्मत एवं जल रिसाव रोकने के उपाय किए जाए*
• तादुंला जलाशय से पूर्ण मात्रा में जलापूर्ति सुनिश्चित करने हेतु शासन स्तर पर हस्तक्षेप हो ।
• वाटर टैंकरों की संख्या बढ़ाकर एवं फिल्टर प्लांट्स स्थापित कर संकटग्रस्त क्षेत्रों में आपात आपूर्ति सुनिश्चित हो ।
• वाटर एटीएम की मरम्मत एवं निगरानी हेतु विशेष टीम गठित की जाए ।